कौशल शिक्षा
कौशल शिक्षा संचार से लेकर आलोचनात्मक सोच तक व्यावहारिक क्षमताओं के निर्माण को प्राथमिकता देती है जो छात्रों को वास्तविक दुनिया की चुनौतियों के लिए तैयार करती है। रटने की बजाय, एक कौशल-केंद्रित पाठ्यक्रम रचनात्मक, अनुकूलनीय और सामाजिक रूप से जागरूक छात्रों के पोषण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण अपनाता है।
कौशल शिक्षा-पीएम श्री केन्द्रीय विद्यालय क्रमांक 2 संबलपुर
कक्षा 6वीं से 8वीं तक के विद्यार्थियों को मिट्टी के बर्तन, सिलाई का काम दिया जाता है। कक्षा 6वीं से 10वीं तक के छात्रों ने अपने गतिविधि सत्र के दौरान स्विच बोर्ड और एक्सटेंशन बोर्ड को इकट्ठा किया है। हमारी आगामी योजना विभिन्न प्रायोगिक सत्र आयोजित करने और प्रदर्शित करने की है जिसमें गणितीय गणनाएं भी शामिल हैं जैसे कि प्रकाश, ताप और वर्तमान और जूल कानून का चुंबकीय प्रभाव, बिजली बिल की गणना, आधा-तरंग रेक्टिफायर और पूर्ण-तरंग रेक्टिफायर का निर्माण और उसके बाद एक साधारण बैटरी चार्जर। फिर आउटपुट वोल्टेज आदि को मापना और गणना करना आदि।